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ये दूरियां?

 ये दूरियां?


कि अब जो तुम जा रही हो, सदा के लिए दुर हमसे
तो क्या इन   दूरियों से, मेरा प्यार कम हो जायेगा,
शायद नही
दुरियों से प्यार कम नही होता
जो दिल के करीब है हमेशा करीब होता,
माना
बढ़ जायेंगी जिम्मेदारीयां, वक्त भी बट जायेगा
याद करना भी कम कर दोगे, पर तब क्या होगा
जब कभी सामने आ जाऊगा?
ये वक्त, ये जिम्मेदारीयां, सिर्फ हमे जुदा कर सकती
पर उस प्यार का क्या, जो मेरे दिल मे आज भी है
तो अब जो मजबूर तु भी है, मजबूर मै भी कही
ये तो सिर्फ वक्त का तकाजा है
याद है तुमने क्या कहा था, की गर तु मुझसे प्यार ना करती
तब भी सिर्फ मै तुमहारी पहली पसंद होता 
हा तो अब जो तुम जा रही हो, सदा के लिए दुर हमसे
इक बात है जो तुम से कहनी है
की याद जब भी करना हमे, मुस्कुरा के करना
क्यू की तुम्हे पता है
तुम्हारा दुर जाना मुझ से मंजूर है हमे,
पर तुम्हारी आँखों मे नमी आज भी नामंजूर है
गम तो है तुम्हारें जाने का, पर शायद वक्त को यही मंजूर है।


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